ग़ालिब के चाहने वालो को एक छोटी सी सौगात पेश करने कि एक कोशिश !
वैसे तो ग़ालिब हर एक ग़ज़ल हर एक नज़्म हर एक ख्याल अपने आप में एक खास मुकाम रखता है , परन्तु "दिल ए नादाँ तुजे हुआ किया है" इसका मुकाम भी हम कम नहीं आंक सकते । इस ग़ज़ल को न केवल सुरैया ( गायिका ) बल्कि मशहूर ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह ने भी अपनी दिलकश आवाज़ में नवाज़ा हैं ।
ग़ज़ल : दिल ए नादाँ तुजे हुआ किया है
गायक : सुरैया , तलत मोहम्मद
गीतकार : जनाब ग़ालिब साहब (1954 )
संगीत निर्देशन : गुलाम मोहम्मद
फ़िल्म निर्देशन = शोहराब मोदी
Dil-E-Nadan Tuje Hua Kiya Hai
दिल - ए नादाँ तुजे हुआ किया है ..
Aakhir Is Dard Ki Dawa Kiya Hai
आख़िर इस दर्द कि दवा किया है
Ham hai Mushtaaq Aur Wo Bezaar ,
हम है मुश्ताक़ और वो बेज़ार ,
Yaa Ilaahi , Ye Mazara Kiya Hai .
या इलाही ये माज़रा किया है।
सुरैया , तलत मोहम्मद की आवाज़ में
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